भोजपुरी प्रदेश के सोन तटीय कस्बाई शहर डेहरी ऑन सोन ( डालमियानगर ), जिला- रोहतास ( बिहार ) में 1957 में जन्म । बचपन से ही संगीत के प्रति गहरी आसक्ति रही । संगीत से गीत और गीत से कविता लेखन की ओर उन्मुख। अस्सी के दशक से साहित्यिक यात्रा की शुरूआत । इनकी अस्सी के दशक में ही पत्रिका उत्तरशती में प्रकाशित ‘ पेड़ ‘ कविता का प्रभाकर माचवे ने मराठी में तथा हाल ही में प्रख्यात अनुवादक डा. अरुण ने ‘ औरत ‘ तथा जगदीश नलिन ने ‘ओ मेरी बिटिया’ कविता का अंग्रेजी में अनुवाद किया है।
कुमार बिंदु के काव्य संग्रह ‘साझे का संसार’ पर हिंदी के शीर्षस्थ कवि अरुण कमल ने कहा है कि ” कुमार बिंदु की भोजपुरी की आंतरिक शक्ति से आविष्ट कविताएं नितांत अनूठी और कवि- कर्म अद्वितीय है। इसीलिए ये आज के सर्वाधिक महत्वपूर्ण कवियों सहज ही गिने जा सकते हैं। ”
साहित्यिक पत्रिका उत्तरशती, कदम, अब, किस्सा कोताह, परिकथा, कलमकार, लोकगंगा, हिंदी दैनिक हिंदुस्तान, आज, जनशक्ति, प्रभात खबर और आर्यावर्त प्रसंग सहित अनेक पत्र- पत्रिकाओं में इनकी अनेक कविताएं और लेख प्रकाशित होते रहे हैं । दूरदर्शन और आकाशवाणी के अनेक कार्यक्रमों में इनकी सहभागिता रही है। इन्होंने साहित्यिक पत्रिका ‘ कलमकार ‘ के कुछ अंकों का संपादन भी किया है। हिंदी दैनिक नवबिहार टाइम्स और सोनवर्षा वाणी के मुख्य उप संपादक भी रहे।
दो दशक तक हिंदी दैनिक हिंदुस्तान के संपादकीय विभाग में कार्यरत रहे। इसके अलावा भोजपुरी फिल्म ‘ हमार दूल्हा, घर अंगना, ‘ वाह जीजा जी ‘ में अभिनय तथा फिल्म ‘ शिवचर्चा ‘ का संवाद लेखन और एक अन्य भोजपुरी फिल्म ‘ बेटी उधार के ‘ का सेंसर- स्क्रिप्ट भी लिखा है।
रोहतास जिला में बहुचर्चित सांस्कृतिक संगठन ‘ इप्टा ‘ और साहित्यिक संगठन ‘ प्रगतिशील लेखक संघ ‘ के संस्थापक रहे।
अस्सी के दशक में बिहार के सात युवा कवियों के साझा काव्य संकलन ” आसपास की प्रतिध्वनियां ” में इनकी दस कविताएं शामिल थीं। एकल काव्य संकलन ‘ साझे का संसार ‘ प्रकाशित हुआ, जो बहुचर्चित है। वर्ष 2023 के फरवरी माह में मुंबई में हुए राष्ट्रीय साहित्यिक समारोह में साहित्यिक अवदान के लिए कुमार बिंदु को सम्मानित किया गया।
संपर्क : पाली, डेहरी ऑन सोन, रोहतास- 821305
फोन- 099393 88474
ईमेल: kumar.bindu.dos@gmail.com