प्रतिभा राय (जन्म 21 जनवरी 1943-) ओड़िया भाषा की लेखिका हैं, जिन्हें वर्ष 2011 के लिए 47वें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रतिभा राय के अब तक 20 उपन्यास, 24 लघुकथा संग्रह, 10 यात्रा वृत्तांत, दो कविता संग्रह और कई निबंध प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी प्रमुख रचनाओं का देश की प्रमुख भारतीय भाषाओं व अंग्रेजी समेत दूसरी विदेशी भाषाओं में अनुवाद हुआ है। उनके प्रसिद्द उपन्यास शिलापद्म का हिन्दी में कोणार्क के नाम से और याज्ञसेनी का द्रौपदी के नाम से अनुवाद हुआ है जो हिन्दी में काफ़ी पढ़े जाने वाले उपन्यासों में से हैं।